मोटापा | बहुत सी चीजों की एक साथ चाहत | स्वयं से प्यार करें और उपलब्ध साधनों की क़द्र करें |
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टॉन्सिल | पर निंदा का स्वभाव | सभी के प्रति प्रेम व आदर रखें |
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थायरॉइड | ग्लानि का अनुभव, असहाय महसूस करना | मैं निर्भीक हूँ अच्छे कार्यों में बिजी रहता हूँ |
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मलेरिया | मौसम परिवर्तन से क्षोभ | प्राकृतिक वातावरण अच्छा है |
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दर्द | मनोभावना जब दवा दी जाती है , तो वह जीवन प्रवाह में रुकावट डालती है , जहाँ रुकावट हुयी वही दर्द शुरू हो जाता है | दर्द कुछ कहना चाहता है , उसको मित्र मन कर समझें और ध्यान को किसी प्रसन्नता वाली जगह ले जाएँ |
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घेंघा रोग | आरोपों से पीड़ित , अपूर्ण इच्छाएं | मैं अपने कार्यों को बहुत अच्छी तरह करता हूँ |
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सीने की जलन | भय की मनोवृत्ति | मेरा भविष्य बहुत अच्छा है |
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भूख न लगना | नकारात्मक सोच , स्वयं से नफ़रत | मैं सबको चाहता हूँ सब मुझे चाहते है |
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जी मिचलाना | हमारी भावनाओं को मेरा शरीर स्वीकार नहीं कर रहा है | अपने विचारों को संसार के साथ जोड़े |
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कोलाइटिस | अनुशासन के कारन व्यक्तित्व दब गया है | प्रकृति के साथ तालमेल बैठाएं |
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आंत के रोग | व्यक्तित्व में तनाव है | जिसका सम्बन्ध आपकी उन्नति से नहीं उसे भुला दें |
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डायरिया | परस्थिति से पीछा छुड़ाने की चाहत | अपने अनुभवों से संतुष्ट रहें |
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कब्जियत | वर्तमान में दोष ढूंढ़ना , ख़ुशी हेतु भूतकाल में भटकना | छोटी छोटी बातें छोड़ें जीने में आनंद लें |
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बबासीर | क्रोध के दबाब में समस्याएं छोड़ने की आदत | हर समस्या को प्रसन्न होकर हल करें |
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एसिडिटी | फालतू समस्याएं अवचेतन मन में बैठ गयी | हर समस्या सुलझा लेना मेरे लिए आसान है |
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डकार आना | कार्यों में जल्दबाजी अपनाना | मैं अपने कार्य धैर्य व आनंद से करता हूँ |
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भूख अधिक लगाना | सन्तुस्टि का अभाव | नकारात्मक विचारों को पनपने न दें |
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गैस बनना | अपरिपक्व विचार , भावनाओं में बहते रहना | निश्चिंत , बेफिक्र संतुलित जीवन जीना सीखें |
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पेन क्रियास के रोग | किसी व्यक्ति या किसी बात से चिढ़ते रहना | सभी को अति अधिक प्यार करें |
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पेट के रोग | नयी बातों से घबराहट का स्वभाव | नयी बातों में पूरी दिलचस्पी लेना सीखें |
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निम्न रक्त चाप | समस्याओं से हार मानने की मानसिकता | जिम्मेदारी को प्रसन्नता पूर्वक निभाने का भाव जगाएं |
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उच्च रक्त चाप | उधेड़बुन के कारण निर्णय न ले पाने की मानसिकता | ईश्वर मेरे साथ है , मैं आनंदपूर्वक जीवन जीता हूँ |
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डिप्रेशन | क्रोधित मनोभाव , स्वयं पर दोष बोध , मंझधार में डूबने का डर | जिन बातों से डिप्रेशन होता है उन्हें चुनौती की तरह स्वीकार करें , विश्वास करें की आप हर समस्या सुलझा सकते है |
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माइग्रेन / सर दर्द | तनाव में जीना , यौन भावनाओं को दबाना | घटनाओं को ज्यों का त्यों स्वीकार करें |
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मस्तिष्क ट्यूमर | परिवर्तन से भय , त्रुटि पूर्ण रूढ़ियों को अपनाये रखना | सब कुछ परिवर्तनशील है , वर्तमान में प्रसन्न रहना सीखें |
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नशे की लत | समस्याओं को शराब के साथ हज़म करने की कोशिश में हीन भावना व दोष बोध बढ़ गया , शराबी बन गया | शराब छोड़ने की इच्छा के साथ शांति व स्वाभिमान से जीने की इच्छा पैदा करना |
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रक्त विकार | विचारहीनता , प्रसन्नता का अभाव | आनंददायक नए नए विचार पैदा करना |
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रक्तश्राव | खिजलाहट में जीना | सबके साथ मधुर सम्बंफ की भावना विकसित करें |
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दौड़ा पड़ना | तनाव में जीना आत्मग्लानि | मेरा जीवन खुशियों से भरा है मैं सबका प्रिय हूँ |
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नशों में सूजन | हर नुकसान मैं दूसरों को दोषी मानने की आदत | गलती सदैव उसी की होती है , जिसका नुकसान हुआ हो |
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आँखों की व्याधि | घटनाओं को अनदेखा करना | हर घटना व बात को प्यार व प्रसन्नता से देखें |
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लकवा | कार्यों में रुकावट डालने की आदत , लचीले पन का अभाव | हर परिस्थिति व परिवर्तन का सामना करने की क्षमता आपमें है |
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बाँहों का निष्क्रिय हो जाना | अवचेतन मन की समस्या के कारण आपकी भावना शून्य हो गयी | हर परिस्थिति के अनुकूल रहना सीखें |
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अनिंद्रा | निरर्थक भावनाएं निद्रा के दौरान घुमड़कर चिंता पैदा करती है | ईश्वर अपने हिसाब से दुनियां चलाता है हर हाल में प्रसन्न रहना सीखें |
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हकलाना | स्पष्ट करने में कमी , जैसे कोई रोकता है | अपने में विश्वास पैदा करें , आप किसी से काम नहीं |
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भुलक्क़डपन | भूतकाल में विचारमग्न रहना | वर्तमान जीवन में विचारों को लगाएं |
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उन्माद , भूत आना | सहनशक्ति में कमी , यौन इच्छाओं को दबाना , निराशामय जीवन | किसी भी तरह का डर न पाले प्रसन्न रहना सीखें |
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सर चकराना | सोच विचार करते रहने की आदत , उधेड़बुन में जीना | विचार पालें की मैं पूरी तरह शांत स्थिर व जिन्दा दिल हूँ |
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कैंसर | खुद में जीने वाले को ठेस लगे , किसी रंजिश को दबाकर रखें , चिंतित जीवन जीने की आदत | जिसने कष्ट दिया उसे अंतर्मन से क्षमा करें , सबको प्रेम करें एवं प्रसन्न रहना सीखें |
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मस्तिष्क का लकवा | परिवार टूटने की आशंका | मैं अपने खानदान के हर सदस्य से प्रेम करता हूँ |
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पार्किंसन रोग | सब कुछ समेटने की ललक, सब पर नियंत्रण रखने की इच्छा | मेरा जीवन समाज के साथ है मैं पूरी तरह संतुष्ट व निश्चिंत हूं |
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ग्लूकोमा | भावनाओं को ठेस लगने पर आंसुओं को रोकने का प्रतिफल | आंसुओं को हमेशा वह जाने दिया करें एवं वातावरण से प्यार करना सीखें |
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पोलियो | औरों के कार्यों में अड़ंगा डालने की आदत व गंभीर ईर्ष्या रखना | मेरी सोच शुद्ध व प्यार भरी है मैं सबका भला चाहता हूं |
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खर्राटा | पुराने तरीकों से चिपके रहने की आदत | नए अवसरों से लाभ उठाना सीखें |
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मोतिया बिंदु | भविष्य अंधकारमय देखना | आंतरिक प्रकाश व क्षमताओं को पहचाने |
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लिकोरिया | आनंददायक उमंगो को सख्ती से दबाना | भूतकाल की बाधाओं को भुलाएं , मैं पूरी तरह सुरक्षित हूं यह सोच कर प्रसन्नता पूर्वक जीयें |
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गर्भावस्था के दौरान की समस्याएं | मां का हृदय किसी कारणवस शिशु नहीं चाहता | प्रसन्न हृदय से शिशु का स्वागत करें प्यार से सच्चाई को स्वीकारें |
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मासिक धर्म समस्याएं | नारीत्व / यौन क्रिया के प्रति अस्वीकार की भावन।, दोष बोध की भावना | शारीरिक क्रियाएं प्राकृतिक व सामान्य है यह प्रसन्नता की बात है |
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माहवारी के वक्त दर्द | अन्य महिलाओं से द्वेष अपने शरीर से असंतुष्टि | मैं सुंदर हूं मेरी कोई समस्या नहीं है |
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महिलाओं को ट्यूमर | प्रिय से निराश , अहम् को चोट , दिल में घाव | मैं प्रेममई पत्नी हूं मुझे कोई अहंकार नहीं मैं पूरी तरह से सुखी हूं |
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मलद्वार में घाव | व्यग्रता व क्रोध बड़ा है | अनावश्यक मनोभावों को भुला दें खुद को सुरक्षित महसूस करें |
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मुंह के रोग | संकुचित विचारधारा नया अस्वीकार करने की प्रवृत्ति | नए विचार नई परिस्थितियों को प्रसन्नता पूर्वक स्वीकारने की आदत अपनाएं |
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कान दर्द | जो बातें पसंद नहीं उन्हें बार-बार सुनना पड़ा | हर बात में ज्ञान होता है समझ कर लाभ उठाएं |
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बहरापन | तुनक मिजाज मन , जिद्दी प्रवृत्ति | जो भी मुझसे बात करता है वह मेरे भले के लिए ही करता है अपने ध्यान से सुनिए |
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कान में गूंज | जो कह दिया वही करो, अन्य की बात सुनना पसंद नहीं | मैं सबसे प्रिय बोलता हूं क्योंकि सब मुझे प्रिय हैं |
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साइनस | कोई करीबी जीवन में चिड़चिड़ाहट ला रहा है | व्यवहार बदले वैचारिक स्वतंत्रता को पहचाने |
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दूरदृष्टि कमजोर | अंधकारमय भविष्य की आशंका | प्रसन्न होकर जीवन की डगर पर चलो |
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आंख आना | वांछित फल अप्राप्त , नैराश्यपूर्ण भविष्य | हर परिस्थिति को अपने पक्ष में करना मुझे आता है |
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मुंह की दुर्गंध | अंतर्मन में कटु विचार पनपना | मन में प्यार , ईमानदारी वह मित्रता भरे |
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मसूड़ों के रोग | कड़े मुकाबले पर फैसला बदलने की आदत, पश्चाताप की आदत | दूसरों की प्यार व सहानुभूति पर निर्भर रहना छोड़ो |
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पायरिया | विवाद करने की प्रवृत्ति, क्रोधी स्वभाव | सच का आदर करें सोच समझकर निर्णय लेना ठीक है |
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गले के रोग | हताश भावनाएं, भय व कटुता में जीना | सदैव प्रसन्न रहना सीखें |
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टॉन्सिल | अपनी इच्छा व्यक्त न कर पाने वाला मनोभाव | अपनी आवश्यकताओं की चर्चा नम्रता से करते रहना सीखें |
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दंत रोग | लंबे समय तक असमंजस की स्थिति में रहना | जुझारू पन की आदत का आदर करें व अपने निर्णय पर अटल रहे |
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दमा | परिवर्तन का विरोध करना प्यार देने में कंजूसी , पर प्यार लेने के लिए लालायित रहना | सब ईश्वर का दिया है सब के काम आने का भाव रखें |
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खांसी | मिलने वालों के प्रति क्रोध की भावना रखना | सब कुछ मेरे अनुकूल है ऐसा भाव रखें |
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फेफड़े के रोग व न्यूमोनिया | मानसिक आघात, जीवन संसार में रुकावट का बोध | ईश्वर मेरे साथ है ईश्वर मेरे साथ है सुख दुख में एक सा रहना सीखें |
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टी बी | महत्वाकांक्षा के कारण अहम से टकराव | सबको असीम प्यार करो, सब अच्छे हैं |
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हृदय के रोग | प्यार, प्रसन्नता ,अपनापन व लचीलापन का अभाव | हृदय में सभी के लिए व सदैव के लिए प्यार बसा ले |
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हर्ट अटैक | धन संपत्ति एवं भौतिकता के लिए खुशियों की बलि | दबी हुई भावनाओं पर निर्णय न थोपें |
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अल्सर | क्रोध को पचाने की आदत आक्रामक विचार के कारण भय , चिंता व तनाव में जीना | समझौता करके आगे बढ़ने की आदत डालें |
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भगंदर | निरर्थक व गंदी मनोवृति में जीना, भूतकाल की समस्याओं में उलझे रहना | वर्तमान में पूरी प्रसन्नता से जीना सीखें |
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कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाना | प्रसन्नता के अवसर पर घबराहट , खुशी छिनने का डर | सबकी खुशी में खुशी ढूंढे |
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बाल सफेद | अनावश्यक तनाव में जीना | निश्चित होकर प्रसन्न मन से कार्य करना सीखें |
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कार्बंकल घाव ठीक ना होना | भावनात्मक असंतोष क्रोध से आगबबूला की प्रवृत्ति | क्षमा करना सीखें किसी के प्रति मलाल न पालें |
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शुगर का मर्ज | खुद किसी को प्यार नहीं करते पर भाव भर जाता है,कोई मुझे प्यार नहीं करता, झूठे आदर्शों से चिपकना, | बीते समय को भुला दें सभी को निश्छल प्यार करें |
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लीवर के रोग | परिवर्तन से भय क्रोध या घृणा करना | सच्चाई को समझें जिस क्षेत्र में अति हो रही है उससे समझदारी से छुटकारा पाएं |
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पीलिया जॉन्डिस | असंतुलित भावना में विवेकपूर्ण सुझाव वह निर्णय की आदत | एक तरफा अविवेकपूर्ण निर्णय लेने की आदत छोड़े |
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शुगर कमी वाला मधुमेह | जिम्मेदारियों के बोझ से उकताकर निराशा में जीना | पूरे विश्वास व आनंद के साथ जीना सीखें |
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पित्त की पथरी | कटु भावनाएं व आक्रामक तेवर मिलlकर पथरी बनाते हैं | क्रोध आने वाली बातों पर ईमानदारी से विचार करें व प्यार की भावना से अपने को बदलें |
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किडनी के रोग | आलोचनाओं , असफलताओं अपरिपक्व् व्यवहार करना | मेरे साथ दैवीय शक्तियां हैं , मैं निर्भीकता पूर्वक कार्य करता हूं |
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मूत्र नली के रोग | दूसरों को दोषी मानकर क्रोध में जीना | बेफिक्र होकर आनंद से जीवन जीना सीखें |
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नपुंसकता | सह हिस्सेदार के प्रति आक्रोश प्रयास में असफल होने का भय | भरोसा लाएं कि मैं यौन क्रिया का आनंद ले सकता हूं, ज्ञान से इसका कोई संबंध नहीं है |
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प्रोस्टेट ग्रंथि के रोग | महत्वपूर्ण क्रियाओं से वंचित होने का भय , बुढ़ापे का भय | विश्वास रखें आदमी कभी बूढ़ा नहीं होता |
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फोड़े फुंसियां | उधेड़बुन में जीना छोटी बातों पर भी आपे से बाहर होने की आदत | भूतकाल की अप्रिय घटनाओं को भुला दें |
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सफेद चकत्ते | जिम्मेदारी लेने से बचने की भावना | समस्याओं का मुकाबला करना सीखें |
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खुजली | अपूर्ण इच्छा | विश्वास रखें और उचित प्रयास करें सभी इच्छाएं पूरी होंगी |
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चर्म रोग | कोई चिंता या भय घेरे हुए हैं | सभी को अपनापन दें व सभी के लिए अपनापन महसूस करें |
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एग्जिमा / दाद | विरोधाभास की मानसिकता अपने उद्गार दबाने का प्रतिफल | स्पष्ट वादी बने सदैव सच्चाई का साथ दें |
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कील मुंहासे | क्रोधी मनोभाव | हर परिस्थिति में खुश रहना सीखें |
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सूजन – | अनावश्यक विचारों में डूबे रहना | बेफिक्र होकर जीना सीखें |
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सफेद दाग | परिस्थिति को अपने खिलाफ समझना हीन भावना में जीना | सब मुझसे प्यार करते हैं एवं मेरा भला चाहते हैं |
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वरसाइटिस | क्रोध व आक्रामक भावना को दबाकर रखना | अपने मन को क्रोध एवं द्वेष से दूर रखें |
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स्पेंडलाइटिस | जबरदस्त अहम भाव हठी एवं कठोर स्वभाव | ज़िद व स्वार्थ को त्यागे , सब के साथ आनंद से जीना सीखें |
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कंधे का दर्द | अपने ऊपर बहुत ज्यादा कार्यभार महसूस करना | आवश्यक जिम्मेदारी फर्ज समझकर पूरी करें फालतू जिम्मेदारी हटाए |
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अर्थराइटिस | कठोर, जिद्दी ,तुनक मिजाजी व आलोचना की प्रवृत्ति प्यार का अभाव | क्षमा की प्रवृत्ति अपनाएं सब से प्यार करना सीखें |
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कमर दर्द | सहनशीलता व लचीलापन में कमी | प्रसन्न व शांत रहना सीखें |
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साइटिका | भविष्य का डर वित्तीय चिंताएं | परिस्थिति को प्रसन्नता से स्वीकारें और अच्छे दिन आने वाले हैं का भाव जगाएं |
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घुटने का दर्द | स्वयं को सर्वोपरि माना अहंकार बड़ा रहना | अंतर्मन में कोमलता , सहनशक्ति व अन्य के प्रति सहानुभूति पैदा करें |
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पीठ का दर्द | रीढ़ की हड्डी में ऊपरी और दर्द तब होता है जब न तो आप किसी को प्यार करते हैं और ना कोई आपको प्यार करता है आत्मग्लानि में जीने वाले को मध्य भाग में दर्द हो जाता है आर्थिक अभाव में भविष्य की चिंता करते रहने से रीढ़ में नीचे की ओर दर्द रहने लगता है | अहंकार छोड़ें सब को प्यार करना सीखें , भूतकाल को भूलकर निर्भय होकर जीना सीखें , मेरे पास दैवीय कृपा है मेरा हर कार्य आसानी से पूरा हो जाता है
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ज्वर | क्रोध का दावानल जो व्यक्त नहीं किया गया था | सुख दुख दोनों ही जीवन के पहलू हैं , दूसरों के साथ प्रसन्नता व शांति से पेश आया करें |